राजा ने प्रधानमंत्री को घोटाले में घसीटा – DW – 25.07.2011
  1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

राजा ने प्रधानमंत्री को घोटाले में घसीटा

२५ जुलाई २०११

2जी घोटाले के मामले में तिहाड़ जेल में बंद ए राजा ने दावा किया है कि भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी टेलीकॉम के 2जी घोटाले में शामिल हैं.

https://p.dw.com/p/1230v
तस्वीर: picture alliance/dpa

ए राजा ने अदालत को बताया कि इक्विटी की बिक्री के मुद्दे पर उन पी चिदंबरम और मनमोहन सिंह से बात की गई थी.

2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में अपना बचाव करते हुए 47 साल के ए राजा ने सीबीआई के जज ओपी सैनी के सामने रिपोर्ट पेश की कि 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने का उनका फैसला गलत नहीं था और कि वह सिर्फ अपने पहले के मंत्रियों और एनडीए सरकार के नीतियों को आगे बढ़ा रहे थे.

वरिष्ठ वकील सुशील कुमार ए राजा की ओर से कोर्ट में पेश हुए. वकील ने दलील दी की कि इक्विटी की बिक्री लाइसेंस की बिक्री नहीं थी और ए राजा पर 2जी स्पेक्ट्रम के आवंटन में हुए घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए जा सकते. इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के बीच बात हुई थी. और तब के वित्त मंत्री जो अब गृह मंत्री हैं, उन्होंने प्रधानमंत्री के सामने पूरी बात कही थी.

Flash-Galerie Deutschland Ausstellung Surreale Dinge Schirn Kunsthalle Frankfurt
तस्वीर: Museum für Kommunikation Frankfurt

ए राजा ने कहा, इक्विटी की बिक्री जब लाइसेंस की बिक्री नहीं है. तो भ्रष्टाचार का सवाल ही कहां पैदा होता है.

कुमार ने दलील की कि राजा पर अगर इस नीति के आधार पर मुकदमा चलाया जा रहा है तो 1993 से लेकर अब तक के सभी टेलीकॉम मंत्रियों पर मुकदमा चलना चाहिए और उन्हें जेल में डालना चाहिए क्योंकि उन्होंने भी इसी नीति का पालन किया था.

कांग्रेस का खंडन

राजा के इस बयान के बाद भारत में राजनीतिक हड़कंप मच गया है. कांग्रेस को फौरन इस मामले में सफाई देनी पड़ी क्योंकि ए राजा उन्हीं के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्री हैं. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि खुद मनमोहन सिंह ने ही इस कांड पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा, "अगर किसी ने 2जी स्कैम के बारे में सबसे पहले सवाल उठाया, तो वह प्रधानमंत्री ही थे."

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पर किसी मंत्री ने नहीं, बल्कि एक आरोपी ने सवाल किया है और अगर ऐसे किसी व्यक्ति की बात पर ज्यादा तवज्जो दी जाती है, तो यह भारतीय लोकतंत्र के लिए बेहद बुरा दिन होगा. राजा के आरोप के बाद बीजेपी ने प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा है.

176 अरब का घोटाला

भारत का टेलीकॉम घोटाला देश के सबसे बड़े घोटाले में गिना जाता है, जिसमें गलत तरीके से गलत लोगों को 2जी के लाइसेंस दिए गए थे. यहां तक कि कंपनियों से नीलामी के लिए फॉर्म तक नहीं भरवाए गए थे. भारत के पूर्व टेलीकॉम मंत्री और कांग्रेस की सहयोगी पार्टी डीएमके के ए राजा को इस मामले में प्रमुख आरोपी बनाया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी मामले में डीएमके प्रमुख करुणानिधि की बेटी कनिमोड़ी को भी गिरफ्तार कर हिरासत में डाल दिया गया है. हालांकि कांग्रेस खुद को इस मामले में पाक साफ बताती रही है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी