भारत पाकिस्तान के बीच फिर होगा क्रिकेट – DW – 16.07.2012
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भारत पाकिस्तान के बीच फिर होगा क्रिकेट

१६ जुलाई २०१२

एक बार फिर बल्ला तोप सा गरजेगा और गेंदें बारूद से ज्यादा धमक पैदा करेंगी. चिर प्रतिद्वंद्वी भारत पाकिस्तान आपस में क्रिकेट खेलने पर रजामंद हो गए हैं. पहला मुकाबला इसी साल दिसंबर में.

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तस्वीर: AP

पांच साल बाद क्रिकेट के दो महारथी पड़ोसी आपस में सीरीज खेलने को तैयार हो गए हैं. बीसीसीआई ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के भारत दौरे पर सैद्धांतिक रूप से रजामंदी दे दी है. पाक टीम तीन वनडे मैच खेलने भारत आएगी. पाकिस्तान टीम का यह दौरा इसी साल दिसंबर में होगा.

खबर मिली है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने के लिए अलग अलग स्तरों पर चल रही बातचीत के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई को तीन प्रस्ताव भेजे और उनमें से चुनाव करने को कहा. इन प्रस्तावों में भारत को पाकिस्तान आने का न्योता देने के साथ ही दोनों टीमों के बीच किसी तीसरी जगह पर मुकाबला कराने की बात थी. इसके अलावा पीसीबी ने अपना भारत में मैच करवाने का भी प्रस्ताव दिया था.

Cricket World Cup Semifinal India Pakistan Flash-Galerie
तस्वीर: AP

बीसीसीआई ने इस बारे में कहा है कि दिसंबर 2012 से जनवरी 2013 के बीच एक वनडे मैचों की एक छोटी सीरीज आयोजित की जाएगी. मुंबई पर 2008 में हमला होने के बाद दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध पर भारत ने रोक लगा दी. . पाकिस्तान की टीम केवल एक बार 2011 में वर्ल्ड कप का मैच खेलने के लिए भारत जरूर आई. दोनों के बीच वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला हुआ जिसमें भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त दी.

दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार की शुरुआत के साथ ही क्रिकेट संबंधों के भी बहाल होने के कयास लगने लगे थे. इसकी शुरुआत तब हुई जब बीसीसीआई ने इस साल पाकिस्तान की घरेलू चैम्पियन टीम सियालकोट स्टैलियनंस को दक्षिण अफ्रीका में होने वाले चैम्पियन्स लीग टी20 में खेलने के लिए न्योता भेजा. इसके अलावा पीसीबी के प्रमुख ने बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के साथ कई मौकों पर अलग से मुलाकात की और क्रिकेट संबंधों को फिर से बहाल करने के बारे में बातचीत की.

दोनों देश क्रिकेट संबंधों को बहाल करने पर तो तैयार हो गए हैं लेकिन बीसीसीआई अभी भी न तो पाकिस्तान जा कर खेलने के लिए तैयार है न ही किसी तीसरे देश में. बहरहाल जोश और जुनून का तूफान एक बार फिर आसमान छुएगा, क्रिकेट में हार जीत कहीं दिवाली तो कहीं मायूसी का मातम मनवाएगी. है तो यह क्रिकेट ही, लेकिन ऐसे मुल्कों के बीच जहां इसके आगे किसी और की नहीं चलती.

एनआर/एमजी (एजेंसियां)

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